दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने शनिवार को कहा कि वह छात्रों के भविष्य की रक्षा के लिए उनके सामने ढाल की तरह खड़े रहेंगे और बीजेपी (BJP) को राष्ट्रीय राजधानी में एक भी स्कूल बंद नहीं करने देंगे. इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना (Lieutenant Governor V.K. saxena) ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों (Delhi government schools) में अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण पर केंद्रीय सतर्कता आयोग (Central Vigilance Commission) की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के लिए सतर्कता विभाग की ओर से ढाई साल की देरी पर मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी.
केजरीवाल के शिक्षा मॉडल से डरी बीजेपी-सिसोदिया
सिसोदिया ने शनिवार को यहां मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “बीजेपी और केंद्र सरकार (Central government) दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बंद करने की साजिश कर रही है. गरीब बच्चों को विश्व स्तरीय स्कूलों में उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करते हुए बीजेपी बर्दाश्त नहीं कर सकती.” सिसोदिया ने कहा, “बीजेपी केजरीवाल के शिक्षा मॉडल से डरी हुई है, एक बार जब देश यह समझ जाएगा कि पूरे भारत में स्कूलों को दिल्ली की तरह बदला जा सकता है, तो बीजेपी के हर जगह निजी स्कूल खोलने के मॉडल का अंत हो जाएगा.”
बीजेपी पर लगाया स्कूलों को बंद करने का आरोप
सिसोदिया ने कहा, “पिछले सात वर्षों में, 12,000 निजी स्कूलों के लिए रास्ता बनाने के लिए बीजेपी शासित राज्यों में 72,000 से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बीजेपी ने सरकारी स्कूलों को बंद करने के लिए एक मिशन मोड पर काम किया, सितंबर 2018 और सितंबर 2019 के बीच 51,000 स्कूल बंद कर दिए गए.”
बीजेपी का काम अन्याय के अलावा कुछ नहीं-सिसोदिया
बड़े पैमाने पर सार्वजनिक शिक्षा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “देश के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना सरकार की जिम्मेदारी है .. उन्हें हर सुविधा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है. सरकारी स्कूलों को बंद करने का बीजेपी का कार्य अन्याय के अलावा कुछ नहीं है. यह देश तभी विकसित हो सकता है जब पूरे भारत में सरकारी स्कूल खोले जाएं और निजी स्कूलों से बेहतर बनाया जाए, जो 10-20 प्रतिशत आबादी को पूरा करते हैं. हम बस उन पर भरोसा नहीं कर सकते.”